इमोशनल इंटेलिजेंस का मतलब होता है, अपनी और दूसरे की भावनाओं को पहचानना, समझना और उन्हें मैनेज करना |
सरल शब्दों में हमें इस बात के लिए जागरूक होना चाहिए कि भावनाएं हमारे व्यवहार को प्रभावित करती है, और हमारे व्यवहार का लोगों पर प्रभाव पड़ता है | ये भावनाएं पॉज़िटिव या नेगेटिव दोनों तरह की हो सकती है | लेकिन इन भावनाओं का ज़िंदगी में होना बहुत जरुरी है क्योकि ये हमारे व्यवहार को दिशा देने का काम करती हैं।
भावनात्मक बुद्धिमत्ता वाले लोग अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, क्योंकि वे अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं और दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत कर सकते हैं। तनावपूर्ण स्थितियों में भी, भावनात्मक बुद्धिमत्ता व्यक्ति को शांत और केंद्रित रहने में मदद करती है, जिससे वे समस्याओं का समाधान ढूंढने में बेहतर सक्षम होते हैं।
क्या आप जानते हैं कि हमारी सफलता और खुशहाली का सिर्फ 20% हिस्सा IQ (इंटेलिजेंस क्वोटिएंट) पर निर्भर करता है, जबकि 80% हमारी इमोशनल इंटेलिजेंस (EQ) पर निर्भर करता है? अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट डेनियल गोलमन ने अपनी पुस्तक में बताया कि इमोशनल इंटेलिजेंस IQ से कहीं ज्यादा जरूरी है।
Daniel Goleman’s Book on Emotional Intelligence- https://www.goodreads.com/book/show/26329/emotional_intelligence
बौद्धिक बुद्धिमत्ता (Intelligence Quotient)
IQ यानी बौद्धिक बुद्धिमत्ता, जो यह बताती है कि कोई व्यक्ति कितनी अच्छी तरह से लॉजिकल और एनालिटिकल समस्याओं को हल कर सकता है। यह स्कूल में अच्छे नंबर लाने, गणित हल करने और तर्कशक्ति (reasoning) से जुड़ा होता है।
लेकिन केवल हाई IQ होना सफलता की गारंटी नहीं होती। बहुत से लोग जो पढ़ाई में होशियार होते हैं, वे असल जिंदगी में सही फैसले नहीं ले पाते या अपने इमोशंस को संभाल नहीं पाते।
भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence)
1. अपनी भावनाओं को समझना
2. दूसरों की भावनाओं को पहचानना
3. मुश्किल समय में खुद को संभालना
4. रिश्तों को बेहतर बनाना
5. टीम वर्क और लीडरशिप में बेहतर
अगर आप अपने इमोशंस को कंट्रोल नहीं कर सकते, तो आप रिलेशनशिप, करियर और लाइफ में कई परेशानियों का सामना कर सकते हैं। क्योकि उससे आपका व्यवहार प्रभावित होगा।
पुरानी पीढ़ी के मुकाबले ये आज की नई जेनरेशन के लिए ज्यादा जरूरी है क्योंकि आज की जेन-Z कही जाने वाली जेनरेशन फैसले तो कर लेती है, लेकिन बाद में अपने डिसीजन पर पछताती है। कह सकते हैं कि इस जेनरेशन के युवा इमोशनली उतने स्ट्रॉन्ग नहीं हैं। इनके जल्दबाजी में लिए गए निर्णय अक्सर गलत साबित होते हैं।
इमोशनल इंटेलिजेंस क्यों जरूरी है ?
भावनात्मक बुद्धिमत्ता व्यक्ति को अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने और सही समय पर सही व्यवहार करने में मदद करती है.
इमोशनल इंटेलिजेंस यानी अपनी और दूसरों की भावनाओं को समझने, महसूस करने और सही तरीके से प्रबंधित करने की क्षमता। आज की दुनिया में EQ, IQ से भी ज़्यादा अहम हो गया है — खासकर रिश्तों, करियर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए।
1️⃣ बेहतर निर्णय लेने के लिए
जब हम भावनात्मक रूप से संतुलित होते हैं, तो हम सोच-समझकर फैसले ले पाते हैं।
गुस्से, डर या जल्दबाज़ी में नहीं, बल्कि शांति और समझदारी से निर्णय लेना भावनात्मक मजबूती का प्रतीक है।
उदाहरण:
अगर कोई आपको क्रोधित कर दे, तो EQ सिखाता है कि तुरंत रिएक्ट करने की बजाय थोड़ा रुकें, सोचें और फिर जवाब दें।
2️⃣ तनाव और एंग्जायटी को कम करने के लिए
EQ की मदद से हम अपनी नकारात्मक भावनाओं को पहचानते हैं और उन्हें काबू में रखते हैं।
आप समझ पाते हैं कि आपको क्या परेशान कर रहा है। आप उससे निपटने के स्वस्थ तरीके खोजते हैं। इससे तनाव और चिंता धीरे-धीरे कम होने लगती है। भावनात्मक बुद्धिमत्ता व्यक्ति को नकारात्मक भावनाओं से निपटने में मदद करती है
3️⃣ रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए
जब हम दूसरों की भावनाओं को समझते हैं —
हम बेहतर सुनते हैं,
कम आलोचना करते हैं,
ज़्यादा सहानुभूति दिखाते हैं।
इससे दोस्ती, परिवार और रोमांटिक रिश्ते गहरे और स्थायी बनते हैं तथा लम्बे समय तक ऐसे रिश्ते बने रहते हैं।
4️⃣ करियर में आगे बढ़ने के लिए
EQ वाले लोग ऑफिस में:
बेहतर टीमवर्क करते हैं,
कॉन्फ्लिक्ट से निपटते हैं,
शांत और समझदार निर्णय लेते हैं।
इसलिए प्रमोशन, लीडरशिप और ग्रोथ ऐसे लोगों को जल्दी मिलती है।
5️⃣ किसी से सही संवाद स्थापित करने के लिए
EQ आपको सिखाता है कि
कब बोलना है,
कैसे बोलना है,
और किस तरह सामने वाले को समझना है।
आपके शब्दों और भावों का असर सामने वाले पर सकारात्मक पड़ता है।
6️⃣ आत्मजागरूकता और आत्मविश्वास के लिए
EQ से आप अपने भीतर झांकना सीखते हैं —
आप कौन हैं, क्या सोचते हैं, क्या महसूस करते हैं — ये जानना आत्मजागरूकता है।
इससे आत्मविश्वास अपने आप बढ़ता है, क्योंकि आप खुद को बेहतर समझने लगते हैं।
7️⃣ बेहतर नेतृत्व क्षमता के लिए
एक अच्छा लीडर वही होता है जो
टीम की भावनाओं को समझे,
मुश्किल समय में शांत रहे,
और सबको एकजुट रख सके।
EQ आपको एक प्रभावशाली, सहानुभूतिशील और सम्मानजनक लीडर बनने में मदद करता है।
Emotional Intelligence एक “soft skill” नहीं, बल्कि एक “life skill” है।
यह आपकी सोच, रिश्ते, काम और आत्मसम्मान — सब कुछ बेहतर बनाता है।
इमोशनल इंटेलिजेंस को बढ़ाने के 7 तरीके
1. खुद को समझें (Self-Awareness बढ़ाएं)
– हर दिन अपनी भावनाओं को नोट करें।
– जब भी गुस्सा या दुख हो, खुद से पूछें – “मैं ऐसा क्यों महसूस कर रहा हूं?”
अपनी सोच और व्यवहार का विश्लेषण करें।
2. इमोशंस को कंट्रोल करना सीखें (Self-Regulation)
-गुस्सा आए तो तुरंत प्रतिक्रिया देने के बजाय कुछ मिनट रुकें।
– मुश्किल समय में खुद को शांत रखने के लिए डीप ब्रीदिंग करें।
-अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करना सीखें।
3. सहानुभूति (Empathy) बढ़ाएं
– दूसरों की भावनाओं को समझें और उनकी जगह खुद को रखें।
– एक्टिव लिसनिंग (Active Listening) करें, यानी ध्यान से सुनें।
-लोगों की बॉडी लैंग्वेज को पढ़ने की कोशिश करें।
4. सोशल स्किल्स को सुधारें
– अच्छा कम्युनिकेशन सीखें।
– दूसरों से बातचीत के दौरान ध्यान दें कि वे क्या महसूस कर रहे हैं।
– कनेक्शन बनायें और नेटवर्किंग की आदत डालें।
5. पॉजिटिव सोच को अपनाएं
– हर स्थिति में अच्छे पक्ष को देखें।
– खुद को बार-बार नेगेटिव सोच में उलझने से रोकें।
-कठिनाइयों से सीखें और आगे बढ़ें।
6. माइंडफुलनेस और मेडिटेशन करें
-रोज़ 10 मिनट मेडिटेशन करें।
– जब भी नेगेटिव सोच आए, कुछ सेकंड रुककर उसे पहचानें और उसे चैलेंज करें।
7. आत्म-जागरूकता [Self Awareness ]
– आत्म जागरूकता का मतलब है अपनी भावनाओं, विचारों, व्यवहारों और मूल्यों को समझना| अपनी भावनाओं और उनके प्रभावों को समझने से लोग अधिक आत्म-जागरूक बनते हैं, जिससे वे अपने व्यवहार को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं
– अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानना
– आत्म जागरूकता से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है
निष्कर्ष
इमोशनल इंटेलिजेंस आपको ज्यादा खुश, शांत और सफल बना सकता है। अगर आप अपनी भावनाओं को समझने और कंट्रोल करने की आदत डालते हैं, तो आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों बेहतर होंगी। जीवन में केवल किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं होता यदि आप सामाजिक जीवन में सफल होना चाहते है तो आपको अपने इमोशनल इंटेलिजेंस पर काम करना होगा | इसे बढ़ाना और मजबूत बनाना होगा | विशेषकर युवा वर्ग को इस स्किल को सीखना और इसे बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए।
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Internal Link; https://rewireyoursoach.com/manovigyan-ke-9-shocking-facts/
External Link; https://hbr.org/topic/subject/emotional-intelligence/
http://https;//www.psychologytoday.com/us/basics/emotional-intelligence/