My Mental Health Journey: How I Built Inner Strength
My journey of staying mentally strong through family struggles and anxiety. Read practical self-care and emotional resilience tips for everyday life.
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मैंने मनोविज्ञान में पीएचडी की है, लेकिन असली बदलाव तब आया जब मैंने अपने जीवन में मानसिक स्वास्थ्य की तकनीकों को अपनाना शुरू किया। दूसरों को प्रेरित करते-करते मैं खुद भी मजबूत होती गई। जानिए मेरी पूरी यात्रा और उन अनुभवों के बारे में जिन्होंने मुझे आत्म-समझ और आत्म-देखभाल की राह दिखाई।
भावनाओं को दबाना केवल एक मानसिक आदत नहीं है, बल्कि यह शरीर में कई गंभीर रोगों का कारण बन सकती है। हाई ब्लड प्रेशर से लेकर नींद की समस्या, पाचन विकार, त्वचा रोग, हार्ट डिजीज और इम्यून कमजोरी तक—हर बीमारी के पीछे मन की असंतुलित स्थिति जिम्मेदार हो सकती है।
बॉडी लैंग्वेज सिर्फ gestures नहीं—यह हमारे मन, समाज, संस्कृति और भावनाओं का संवाद है। शब्दों से परे जाकर समझने की कला ही Body Language का सबसे बड़ा रहस्य है। इसे जानिए, अपनाइए और अपने रिश्तों और व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव लाइए।
भारतीय समाज में पारिवारिक और सांस्कृतिक दबावों के बावजूद सच्चा सुख, मानसिक शांति, और सस्टेनेबल लाइफ के लिए सादगीपूर्ण जीवनशैली बेहद मददगार है—छोटे-छोटे पर बदलावों से शुरुआत करें और अनुभव को सबसे बड़ा उपहार मानें।
ब्रेन फोग कोई असाध्य स्थिति नहीं है। सही मनोवैज्ञानिक तकनीकों, लाइफस्टाइल बदलाव, आहार, और सामाजिक जुड़ाव से इसे नियंत्रित व दूर किया जा सकता है। ब्रेन फ़ॉग से व्यक्ति की याददाश्त, एकाग्रता, सोचने की क्षमता और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर नकारात्मक असर पड़ता है।
Reels और Shorts हमारे समय का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। ये हमें ज्ञान, मनोरंजन और रचनात्मकता प्रदान कर सकते हैं, लेकिन इनका अति प्रयोग ध्यान, भावनाओं और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
दिमाग की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर नहीं होने देना बेहद ज़रूरी है, नहीं तो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों प्रभावित हो सकते हैं। Psychological Immunity कोई जन्मजात शक्ति नहीं है, बल्कि इसे सीखकर और अभ्यास से विकसित किया जा सकता है।
दिमाग और घर का परिवेश दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हैं। जिस तरह बिखरी हुई चीज़ें हमें तनाव और असुविधा देती हैं, उसी तरह दिमाग़ में भरे अधूरे विचार और उलझनें हमारी शांति छीन लेती हैं। जानिए इनसे निपटने के उपाय।
छोटे-छोटे तनाव कम ना समझें, ये आपकी पूरी सेहत और मूड पर बड़ा असर डाल सकते हैं। टीवी, मोबाइल, ऑफिस, घर—कहीं भी छोटे टेंशन लगातार बढ़ने से आपका मन और शरीर दोनों कमजोर हो सकता है।