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व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला

इस कैटेगरी में पढ़ें व्यवहारिक मनोविज्ञान से जुड़े लेख, जो आपके सोचने, समझने और प्रतिक्रिया देने के तरीके को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।

मोटापा : भारत की अगली महामारी
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मोटापा: भारत की अगली महामारी तो नहीं है ?

भारत में मोटापा तेजी से एक नई महामारी के रूप में उभर रहा है। जानिए इसके पीछे के कारण, डराने वाले आंकड़े, और इससे निपटने के लिए जरूरी कदम – इस तथ्यपूर्ण और चेतावनी भरे ब्लॉग में।

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Multiple selves theory
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कभी आपने सोचा? हर आदमी में होते हैं, दस-बीस आदमी

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे अंदर सच में कितने “आप” होते हैं? हमारा स्वयं (सेल्फ) एक जैसा और स्थिर नहीं होता। अलग-अलग परिस्थितियों, लोगों और भूमिकाओं में हमारा व्यवहार, विचार और भावनाएँ बदल जाती हैं। यही सेल्फ-प्लुरलिज़्म, सेल्फ-कॉम्प्लेक्सिटी और सेल्फ-कॉन्सेप्ट डिफरेंशिएशन की अवधारणाएँ हैं—जो हमें बताती हैं कि हमारे अंदर कई स्व होते हैं, जो हर माहौल में अलग-अलग रूप में दिखाई देते हैं। आइए, जानते हैं कि हमारे अंदर कितने “आप” हैं और ये कैसे हमारे व्यक्तित्व को बनाते हैं।

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अकेले पड़ते बुजुर्ग
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पैसे की दौड़ में खोए रिश्ते: ओल्डएज होम्स की संख्या बढ़ी

भागदौड़ भरी जिंदगी और पैसे की होड़ ने हमारे पारिवारिक रिश्तों को गहराई से प्रभावित किया है। ओल्ड एज होम्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जो समाज में बदलते मूल्यों और जनरेशन गैप की एक बड़ी तस्वीर पेश करती है।  

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man padhna seekho
Human Behavior, Rewire your soach, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, मनोवैज्ञानिक हैक्स – दिमाग को समझने और इस्तेमाल करने के आसान तरीके, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, शरीर और मन का विज्ञानं

मन पढ़ना सीखिए: सामने बैठे व्यक्ति को पहचानने की 20 टिप्स

किसी के मन को पढ़ना कोई जादू नहीं, बल्कि एक कला है जो सूक्ष्म संकेतों, हावभाव, बॉडी लैंग्वेज और व्यवहार को ध्यान से देखने पर आधारित है। यह कला आपके निजी और प्रोफेशनल जीवन दोनों में बेहद मददगार हो सकती है।

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Akele rahne ka fashion
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अकेले रहने का फैशन: क्या शादी का दौर खत्म हो रहा है?

अकेले रहना या “सिंगल रहना” अब एक फैशन और स्वतंत्रता की निशानी बन गया है। यह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा ट्रेंड है जो बेहद चिंताजनक है। शादी का “दौर” खत्म नहीं होना चाहिए, बल्कि उसका अंदाज़ और उद्देश्य बदलना चाहिए।

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सोच बदलो, जिंदगी बदल जाएगी
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सोच बदलो, जिंदगी बदल जाएगी: पॉजिटिव माइंडसेट कैसे बनाएं

सोच बदलो तो जिंदगी कैसे बदल जाएगी ! इस ब्लॉग में हम जानेंगें पॉजिटिव माइंडसेट के बारे में, और हम अपनी सोच को आसान और प्रैक्टिकल तरीकों से कैसे बदल सकते हैं इसका मनोवैज्ञानिक विश्लेषण करेंगे।

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क्या प्यार अँधा होता है ?
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क्या प्यार सच में अंधा होता है ? मनोवैज्ञानिक नजरिया

क्या सच में प्यार अंधा होता है? जानिए मनोविज्ञान के नजरिए से प्यार और तर्क के बीच संतुलन कैसे बनता है। प्यार में भावनाओं और तर्क का क्या रोल होता है? पढ़ें पूरा विश्लेषण।

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मनिफेस्टेशन तकनीक
Manifestation, प्रेरणा - Motivation, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

सोच से सफलता तक- मैनिफेस्टेशन का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण

मेनिफेस्टेशन एक मोटिव और सकारात्मक सोचने का तरीका है, जो आपके आत्मविश्वास, मोटिवेशन और लक्ष्य प्राप्ति में मदद कर सकता है। लेकिन इसे जादू समझने की बजाय, इसे मेहनत, योजना और व्यवहारिक कदमों के साथ जोड़ना चाहिए। तभी आप अपने सपनों को सच कर सकते हैं।

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भावनात्मक शोषण
चिंता और तनाव प्रबंधन – मानसिक शांति के मनोवैज्ञानिक तरीके, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

जीवन में इन 8 लोगों को न दें दूसरा मौका-मनोवैज्ञानिक कारण

जीवन में दूसरा मौका देना एक सुनहरा अवसर होता है, लेकिन हर किसी को यह मौका नहीं मिलना चाहिए। जो लोग बार-बार आपके भरोसे को तोड़ते हैं, आपके साथ मुश्किल समय में खड़े नहीं होते, जो केवल लेना जानते हैं, चिर आलोचक होते हैं, या केवल अपने फायदे के लिए आपके साथ जुड़ते हैं, उन्हें दूसरा मौका न देना ही बेहतर होता है।

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नेगेटिव सोच से अनिर्णय की स्थिति
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नेगेटिव सोच से छुटकारा पाने के 8 मनोवैज्ञानिक उपाय

नकारात्मक सोच को बदलना कोई जादू नहीं है, यह एक प्रक्रिया है, जो सही मनोवैज्ञानिक तकनीकों और निरंतर अभ्यास से संभव है। अगर आप ऊपर बताए गए 7 व्यवहारिक उपायों को अपनाएं, तो कुछ ही हफ्तों में आपके सोचने का तरीका पूरी तरह बदल सकता है।

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