Emotional Baggage: क्या हम अपने अतीत को ढोते रहते हैं ?
हममें से अधिकांश लोग अनजाने में ही अपने अतीत को ढोते हैं और फिर उसी बोझ से थककर, अपने आज के रिश्तों को भी खंडित कर बैठते हैं। पर यह ज़रूरी है कि हम जानें — हमारा अतीत हमें परिभाषित नहीं करता, हमारी वर्तमान समझ और स्वीकृति करती है।