G-5PXC3VN3LQ

लाइफस्टाइल

Rewire your soach, चिंता और तनाव प्रबंधन – मानसिक शांति के मनोवैज्ञानिक तरीके, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

नींद से टालमटोल: देर रात तक जागे रहने का मनोविज्ञान

Revenge Bedtime Procrastination आधुनिक जीवन की एक मौन पुकार है- “मुझे थोड़ी आज़ादी चाहिए।” लेकिन अगर हम उस आज़ादी को नींद और सेहत की क़ीमत पर खरीदते हैं, तो ये बदला धीरे-धीरे स्वयं का विनाश या स्वयं की हानि बन जाता है।

, , , , , , , , ,
Human Behavior, Rewire your soach, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

चेहरे की सूक्ष्म हरकतों से झूठ और भावनाएँ कैसे पहचानें

माइक्रोएक्सप्रेशन्स चेहरे की उन “नन्हीं लेकिन महत्वपूर्ण” हरकतों का नाम हैं, जो अक्सर हमारी सच-मुच की भावनाओं को बयाँ करती हैं, चाहे हम उन्हें छिपाना चाहें। अतः यह चेहरे की भाषा का एक गुप्त भाग है, जो शब्दों के पीछे छिपे असली अर्थ को उजागर कर सकता है।

, , , , , , ,
मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम, स्वास्थ्य और पोषण

खुशहाल मूड का राज़: फूड्स जो आपके दिमाग को खुश रखते हैं

हमारा मस्तिष्क कुछ रसायनों की मदद से “feel-good” या “sad” महसूस करता है। इनमें सबसे प्रमुख दो हैं — डोपामाइन और सेरोटोनिन। हमारे प्रतिदिन के भोजन में कई ऐसे natural foods मौजूद हैं जो इन रसायनों को बढ़ाने में मदद करते हैं।

, , , , , , ,
Rewire your soach, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

रंगों का मनोविज्ञान: मूड और निर्णय पर असर

रंग सिर्फ आंखों का सुख नहीं हैं — वे हमारे मूड, सोच, और व्यवहार के अदृश्य निर्देशक हैं। आपके घर की दीवार, आपकी ड्रेस या ऑफिस की फाइलों के रंग — हर चीज़ silently आपके दिमाग़ से संवाद करती है। इसलिए अगली बार सिर्फ “सुंदर” नहीं, बल्कि “सकारात्मक प्रभाव वाला” रंग चुनें।

, , , , , , , ,
मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम, स्वास्थ्य और पोषण

नवरात्र उपवास: धार्मिक परंपरा से मानसिक मजबूती कैसे पाएं

नवरात्र उपवास “शरीर से लेकर मन” की सफाई, आत्मनियंत्रण, और भावनाओं के शोधन का सशक्त अवसर है। उपवास को सही दृष्टिकोण, मनोवैज्ञानिक तैयारी, और आध्यात्मिक भाव के साथ अपनाया जाए—तो यह भीतर और बाहर दोनों स्तरों पर कल्याण कर सकता है।

, , , , , , , , ,
Myths about Nutrition
Information dieting, Rewire your soach, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, स्वास्थ्य और पोषण

भोजन से जुड़े 15 मिथक जिन्हें नज़रअंदाज़ करना खतरनाक है

भोजन से जुड़े ये मिथक केवल भ्रम नहीं हैं — ये मानसिक तनाव, असुरक्षा और सामाजिक दबाव बढ़ाकर स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम जागरूक होकर सही जानकारी साझा करें और संतुलित जीवनशैली अपनाएँ।

, , , , , , , ,
Music Therapy
मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, मानसिक स्वास्थ्य – तनाव, चिंता और आत्म-संतुलन के उपाय, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

म्यूजिक थेरेपी: वैज्ञानिक तरीका जो बदल देगा आपका जीवन

म्यूजिक थेरेपी एक वैज्ञानिक तरीका है जो मानसिक तनाव, चिंता, अनिद्रा और भावनात्मक असंतुलन को दूर करने में मदद करता है। इस लेख में जानिए म्यूजिक थेरेपी के लाभ, इसका वैज्ञानिक आधार, कैसे करें अभ्यास और किन परिस्थितियों में इसका उपयोग सबसे ज्यादा लाभकारी है।

, , , , , , ,
Mental health Journey
प्रेरणा - Motivation, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, मानसिक स्वास्थ्य – तनाव, चिंता और आत्म-संतुलन के उपाय, शरीर और मन का विज्ञानं

मेरी मानसिक स्वास्थ्य यात्रा: कैसे खुद को मजबूत बनाया

मैंने मनोविज्ञान में पीएचडी की है, लेकिन असली बदलाव तब आया जब मैंने अपने जीवन में मानसिक स्वास्थ्य की तकनीकों को अपनाना शुरू किया। दूसरों को प्रेरित करते-करते मैं खुद भी मजबूत होती गई। जानिए मेरी पूरी यात्रा और उन अनुभवों के बारे में जिन्होंने मुझे आत्म-समझ और आत्म-देखभाल की राह दिखाई।

, , , , , , , ,
Body Language
Human Behavior, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, शरीर और मन का विज्ञानं

Body Language का मनोविज्ञान: शहर और गाँव में फर्क क्यों?

बॉडी लैंग्वेज सिर्फ gestures नहीं—यह हमारे मन, समाज, संस्कृति और भावनाओं का संवाद है। शब्दों से परे जाकर समझने की कला ही Body Language का सबसे बड़ा रहस्य है। इसे जानिए, अपनाइए और अपने रिश्तों और व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव लाइए।

, , , , , , , ,
Minimalism
Rewire your soach, मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

Minimalism-सादगी पसंद जीवनशैली: थोड़ा है, थोड़े की जरुरत है

भारतीय समाज में पारिवारिक और सांस्कृतिक दबावों के बावजूद सच्चा सुख, मानसिक शांति, और सस्टेनेबल लाइफ के लिए सादगीपूर्ण जीवनशैली बेहद मददगार है—छोटे-छोटे पर बदलावों से शुरुआत करें और अनुभव को सबसे बड़ा उपहार मानें। 

, , , , , , , ,
Scroll to Top