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Self Esteem

मनोवैज्ञानिक सुझाव – जीवन को आसान और समझदार बनाने के लिए, मानसिक स्वास्थ्य – तनाव, चिंता और आत्म-संतुलन के उपाय, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

देवी के नौ रूप: मानसिक स्वास्थ्य के नौ अनमोल पाठ

देवी के नौ रूप केवल धार्मिक प्रतीक नहीं हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के नौ गहरे पाठ भी हैं। ये सब मिलकर हमें संतुलित, जागरूक और मज़बूत मनुष्य बनाते हैं।

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Akele rahne ka fashion
मानसिक स्वास्थ्य – तनाव, चिंता और आत्म-संतुलन के उपाय, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

अकेले रहने का फैशन: क्या शादी का दौर खत्म हो रहा है?

अकेले रहना या “सिंगल रहना” अब एक फैशन और स्वतंत्रता की निशानी बन गया है। यह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा ट्रेंड है जो बेहद चिंताजनक है। शादी का “दौर” खत्म नहीं होना चाहिए, बल्कि उसका अंदाज़ और उद्देश्य बदलना चाहिए।

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"beauty burnout and social media pressure on mental health"
चिंता और तनाव प्रबंधन – मानसिक शांति के मनोवैज्ञानिक तरीके, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

ब्यूटी बर्नआउट: सौंदर्य की दौड़ में थकते लोग

“हर वक्त परफेक्ट दिखने की होड़ में हम कब थक जाते हैं, पता ही नहीं चलता। सोशल मीडिया, समाज और अपने ही बनाये हुए मापदंड – ये सब मिलकर एक ऐसा प्रेशर बनाते हैं जो अंदर ही अंदर हमें जला देता है। इस ब्लॉग में जानिए ‘Beauty Burnout’ क्या है, क्यों होता है और इससे बाहर कैसे निकलें।”

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Illustration of a happy face on the outside, but a cracked and crying face within, showing hidden emotional pain.
चिंता और तनाव प्रबंधन – मानसिक शांति के मनोवैज्ञानिक तरीके, मनोवैज्ञानिक हैक्स – दिमाग को समझने और इस्तेमाल करने के आसान तरीके, मानसिक स्वास्थ्य – तनाव, चिंता और आत्म-संतुलन के उपाय, व्यवहारिक मनोविज्ञान – सोच और व्यवहार को समझने की कला, शरीर और मन का विज्ञानं, स्व-विकास – खुद को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम

लोग बाहर से खुश लेकिन अंदर से टूटे हुए क्यों हैं ?

सोशल मीडिया पर लोग मुस्कुराते क्यों दिखते हैं, जबकि अंदर से टूटे हुए होते हैं? जानिए इसके पीछे के मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक कारण।

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