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मौन उदासी
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मौन उदासी: जब आप थक चुके होते हैं लेकिन बोलते नहीं

मौन उदासी उस छुपी हुई मानसिक स्थिति का नाम है, जिसमें व्यक्ति खुद भी नहीं समझ पाता कि वह अंदर ही अंदर टूट रहा है। एक चुपचाप बढ़ता मानसिक संघर्ष जो शब्दों में नहीं आता, लेकिन धीरे-धीरे इंसान को भीतर से खोखला कर देता है। इस लेख में इसके कारण और बचाव के तरीके जानें।

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Anger management
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क्या आप भी जल्दी गुस्सा हो जाते हैं?जानिए इसका मनोविज्ञान

गुस्सा एक स्वाभाविक भावना है, लेकिन जब यह बार-बार या अत्यधिक आने लगे, तो यह मानसिक, शारीरिक और सामाजिक समस्याओं का कारण बन सकता है। गुस्से को समझना, स्वीकारना और सही तरीके से व्यक्त करना ही संतुलित जीवन की कुंजी है।

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Couples Therapy: रिश्तों को बचाने का साइंटिफिक तरीका

Couples Therapy एक इलाज नहीं, बल्कि एक अभ्यास (process) है – जहां कपल्स अपने पुराने जख्मों को समझते हैं, व्यवहारिक आदतों को सुधारते हैं और एक नए, स्वस्थ रिश्ते की नींव रखते हैं।

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Self-Sabotage
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Self-Sabotage: हम खुद को सफल होने से क्यों रोकते हैं?

Self-Sabotage को हराना कोई एक दिन की प्रक्रिया नहीं, एक अभ्यास है। हर दिन जब आप खुद को थोड़ा बेहतर समझते हैं, और थोड़ा आगे बढ़ते हैं तभी आप खुद को रोकने की बजाय को उठाना शुरू करते हैं। अपने ही दुश्मन मत बनो — अपने सबसे अच्छे साथी बनो।

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Entitlement Syndrome
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मुझे सब मिलना ही चाहिए: युवाओं में बढ़ती हकदारी की भावना

“मुझे सब कुछ मिलना चाहिए” — यह सोच जितनी आकर्षक लगती है, उतनी ही खतरनाक भी है। यह व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देती है। यदि हम एक संतुलित और सफल जीवन चाहते हैं, तो हमें अधिकार की नहीं, जिम्मेदारी की भावना को अपनाना होगा।

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फोबिया: जब डर आपके जीवन की दिशा बदल देता है

फोबिया क्या होता है? इसके प्रमुख प्रकार कौन-कौन से हैं और ये हमारे मन व शरीर को कैसे प्रभावित करते हैं? इस ब्लॉग में जानें लक्षण, कारण और समाधान।

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मोटापा : भारत की अगली महामारी
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मोटापा: भारत की अगली महामारी तो नहीं है ?

भारत में मोटापा तेजी से एक नई महामारी के रूप में उभर रहा है। जानिए इसके पीछे के कारण, डराने वाले आंकड़े, और इससे निपटने के लिए जरूरी कदम – इस तथ्यपूर्ण और चेतावनी भरे ब्लॉग में।

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दिमाग से जुड़े 20 पॉपुलर लेकिन झूठे विश्वास

“क्या हम दिमाग का सिर्फ 10% इस्तेमाल करते हैं? क्या बाएं-brain वाले लोग ही तर्कशील होते हैं? इस ब्लॉग में जानिए ऐसे 12 पॉपुलर माइंड मिथकों की सच्चाई, जो आपने अब तक सच माने थे – और जानिए दिमाग के पीछे की असली साइंस।”

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Multiple selves theory
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कभी आपने सोचा? हर आदमी में होते हैं, दस-बीस आदमी

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे अंदर सच में कितने “आप” होते हैं? हमारा स्वयं (सेल्फ) एक जैसा और स्थिर नहीं होता। अलग-अलग परिस्थितियों, लोगों और भूमिकाओं में हमारा व्यवहार, विचार और भावनाएँ बदल जाती हैं। यही सेल्फ-प्लुरलिज़्म, सेल्फ-कॉम्प्लेक्सिटी और सेल्फ-कॉन्सेप्ट डिफरेंशिएशन की अवधारणाएँ हैं—जो हमें बताती हैं कि हमारे अंदर कई स्व होते हैं, जो हर माहौल में अलग-अलग रूप में दिखाई देते हैं। आइए, जानते हैं कि हमारे अंदर कितने “आप” हैं और ये कैसे हमारे व्यक्तित्व को बनाते हैं।

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AI teaching
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हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर AI का क्या प्रभाव है

AI अब सिर्फ टेक्नोलॉजी नहीं, हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है – रिश्तों, करियर, सेहत और सोच तक में! जानिए हल्के-फुल्के अंदाज़ में कि कैसे AI बदल रहा है हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी और क्या इससे डरना चाहिए?

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