खुशहाल मूड का राज़: फूड्स जो दिमाग को खुश रखते हैं
क्या वाकई खाना हमारे मूड को बदल सकता है? जी हाँ ये बिलकुल सच है। हम जो खाते हैं, वह सिर्फ हमारे शरीर को नहीं बल्कि हमारे मूड और दिमाग को भी गहराई से प्रभावित करता है।
हमारा मस्तिष्क कुछ रसायनों की मदद से “feel-good” या “sad” महसूस करता है। इनमें सबसे प्रमुख दो हैं — डोपामाइन और सेरोटोनिन।
जहाँ डोपामाइन हमें motivation, excitement और reward feeling देता है। वहीँ सेरोटोनिन हमें calmness, happiness और भावनात्मक स्थिरता महसूस कराता है।
अब सवाल है — क्या इन्हें बढ़ाने के लिए सिर्फ दवाइयों की जरूरत होती है? बिलकुल नहीं! हमारे प्रतिदिन के भोजन में कई ऐसे natural foods हैं जो इन रसायनों को बढ़ाने में मदद करते हैं।
सेरोटोनिन क्या है और क्यों ज़रूरी है?
सेरोटोनिन एक feel-good रसायन है जो हमारे मूड, नींद, भूख, पाचन और भावनात्मक बैलेंस को नियंत्रित करता है। जब इसका स्तर दिमाग या शरीर में कम हो जाता है, तो हम —
- थकान या आलस महसूस करते हैं,
- mood swings या चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है,
- नींद बिगड़ती है,
- और कई बार चिंता और तनाव जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
सेरोटोनिन का निर्माण शरीर में Tryptophan नामक एमिनो एसिड से होता है, जो हमें भोजन से मिलता है। इसलिए tryptophan-rich foods serotonin को स्वाभाविक रूप से बढ़ाने का सबसे सुरक्षित तरीका हैं।
डोपामाइन क्या है और क्यों ज़रूरी है?
Dopamine को अक्सर कहा जाता है — “Motivation Molecule” या *“Reward Chemical”। यह हमें उत्साह, फोकस, प्रेरणा और आनंद महसूस करवाता है। जब dopamine का स्तर सही रहता है, तो हम:
- आत्मविश्वासी महसूस करते हैं,
- काम करने का मन करता है,
- फोकस और ऊर्जा बनी रहती है।
लेकिन जब यह कम हो जाता है, तो व्यक्ति को लगता है —“मन नहीं लग रहा,” “किसी चीज़ में मज़ा नहीं आ रहा,” “थकान या उदासी छाई हुई है।” डोपामाइन शरीर में Tyrosine नामक एमिनो एसिड से बनता है। इसलिए Tyrosine-rich foods डोपामाइन को बढ़ाने का सबसे प्राकृतिक तरीका हैं।
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डोपामाइन और सेरोटोनिन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ
Serotonin और Dopamine दोनों हमारे मूड, ऊर्जा और मानसिक संतुलन को नियंत्रित करते हैं। कुछ प्राकृतिक खाद्य पदार्थ इनके उत्पादन को बढ़ाते हैं, जिससे मन प्रसन्न और प्रेरित रहता है।
“Motivation begins on your plate — feed your brain before you chase your goals.”
1. केला (Banana) — Instant Mood Lifter
केले में Tryptophan के साथ Vitamin B6 होता है, जो डोपामाइन और सेरोटोनिन बनाने की प्रक्रिया को आसान करता है। साथ ही केले में natural sugars और पोटैशियम भी होता है, जो एनर्जी और सुकून देता है। इससे मूड लंबे समय तक अच्छा बना रहता है।
कैसे खाएँ: सुबह खाली पेट या दोपहर में snack की तरह।
2. नट्स और सीड्स – दिमाग के लिए मिनी बूस्टर
बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज, चिया सीड, अलसी के बीज में tryptophan, magnesium और omega-3 होते हैं। ये brain cells की connectivity बढ़ाते हैं और मूड को स्थिर करते हैं। इनमें zinc, iron और Vitamin E होते हैं ये सभी डोपामाइन और सेरोटोनिन metabolism में मदद करते हैं।
-अखरोट में omega-3 fatty acids होते है जो सेरोटोनिन और डोपामाइन दोनों को बढ़ाने का काम करते हैं।
कैसे खाएँ: रोज़ सुबह मुट्ठीभर dry fruits या स्मूदी में मिला करके। भीगे हुए अखरोट, बादाम या सीड्स पाचन के लिए बेहतर होते हैं।
3. डार्क चॉकलेट – Sweet Therapy for the Mind
Dark chocolate में tryptophan, magnesium और polyphenols होते हैं, जो सेरोटोनिन, डोपामाइन और एंडोर्फिन तीनों को बढ़ाते हैं। यह तुरंत ताजगी और long-term neural protection देता है।
यह तनाव पैदा करने वाले हार्मोन cortisol को भी कम करता है। यह “pleasure and reward center” को सक्रिय करता है।
कैसे खाएँ: रोज़ 1–2 चौकोर टुकड़ा (70% cocoa या अधिक) मूड अच्छा करने के लिए काफी है।
4. ओट्स और साबूत अनाज – Slow Energy, Steady Mood
साबूत अनाज (जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ) complex कार्बोहैड्रेड का अच्छा स्रोत हैं। ये tryptophan को दिमाग तक पहुँचने में मदद करते हैं क्योंकि carbs insulin को बढ़ाकर एमिनो एसिड का पहुंचना आसान करते हैं। ये सभी डोपामाइन और सेरोटोनिन को सक्रिय करते हैं।
कैसे खाएँ: सुबह का नाश्ता या रात का हल्का dinner। यह शुगर बढ़ने से बचाता है, जिससे चिड़चिड़ापन और मूड ख़राब नहीं होता।
5. सेब, संतरा,पपीता,अंगूर – Natural Serotonin Fruits
इन फलों में Vitamin C और folate दोनों होते हैं। Vitamin C सेरोटोनिन को सक्रिय करने में मदद करता है, जिससे मूड अच्छा होता है। सेब में antioxidants और फाइब होता है, जो gut health सुधारते हैं। अंगूर में resveratrol नामक compound होता है जो मूड को अच्छा और स्थिर रखने में मदद करता है। यह serotonin और dopamine दोनों के संतुलन में मदद करता है।
कैसे खाएँ: ताजे फलों के रूप में या smoothie में। ये पाचन और नींद दोनों को बेहतर बनाते हैं और खुश महसूस कराते हैं।
6. डेयरी प्रोडक्ट्स – Calcium & Protein for Calm Mind
दूध, दही और पनीर में tryptophan, Vitamin D और calcium पाए जाते हैं। कैल्शियम सेरोटोनिन release के लिए एक co-factor की तरह काम करता है। Vitamin D डोपामाइन receptors को मजबूत बनाता है।
कैसे खाएँ: हल्का गुनगुना दूध रात को या दही दोपहर के भोजन में। ये नींद और सुकून में सुधार करते है।
7. सब्जियां और हरी पत्तियां – Supportive Nutrients
पालक,चुकंदर, ब्रोकोली जैसे सब्जियों में folate और magnesium होते हैं, जो डोपामाइन और सेरोटोनिन metabolism में मदद करते हैं। इनसे शरीर में एनर्जी और एकाग्रता बानी रहती है।
कैसे खाएँ: उबली हुई या काम तेल में पकी हुई सब्जियाँ, प्रतिदिन के भोजन में शामिल करें।
ये brain inflammation घटाते हैं और रसायनों का संतुलन बनाए रखते हैं।
8. अंडे (Eggs) – Protein Powerhouse
अंडों में Tyrosine और Phenylalanine दोनों amino acids पाए जाते हैं, जो डोपामाइन और सेरोटोनिन की शुरुआत करते हैं।
इनमें मौजूद Vitamin B6 और folate डोपामाइन और सेरोटोनिन को सक्रीय बनाते हैं। इससे लम्बे समय तक उत्साह और एनर्जी बनी रहती है।
कैसे खाएँ: boiled या scrambled eggs नाश्ते में — सबसे अच्छा समय।
9. Green Tea – Calm Focus Enhancer
Green tea में L-theanine होता है जो dopamine और serotonin दोनों के स्तर को संतुलित करता है।
यह तनाव के हार्मोन cortisol को भी कम करता है, जिससे डोपामाइन बेहतर काम करता है। इससे सक्रियता और सकून का संतुलन बना रहता है।
कैसे पिएँ: दिन में 2 बार, सुबह और शाम।
इसके अतिरिक्त चिकेन, मछली और सोया प्रोडक्ट्स भी डोपामाइन और सेरोटोनिन को बनाये रखने में मददगार होते हैं। इनमें Tyrosine और Vitamin B12 होता है, मछली में Omega-3 होता है जो क्षमता बढ़ाता है। और लम्बे समय तक एनर्जी बनाये रखता है।
Mood-Boosting Foods:
श्रेणी | मुख्य खाद्य पदार्थ | मुख्य पोषक तत्व | लाभ |
---|---|---|---|
Protein & Amino Acids | अंडे, दूध, दही, बादाम, दालें, सोया, टोफू | Tryptophan, Tyrosine, B6 | Serotonin व Dopamine का निर्माण करते हैं |
Complex Carbohydrates | ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ, शकरकंद | ग्लूकोज + फाइबर | दिमाग को नियमित ऊर्जा व शांत मूड देता है |
Fruits | केला, संतरा, सेब, पपीता, अंगूर, तरबूज | Vitamin B6, Folate, Antioxidants | Serotonin synthesis व मूड बेहतर करना |
Healthy Fats | अखरोट, अलसी के बीज, एवोकाडो, जैतून का तेल | Omega-3, Magnesium | Neuron protection और फोकस में सुधार |
Probiotic Foods | दही, इडली, डोसा, किण्वित भोजन | Gut bacteria balance | Gut-brain axis को मजबूत करते हैं |
Micronutrients | पालक, चना, कद्दू के बीज, अंडा, सूरज की रोशनी | Magnesium, Zinc, Vitamin D | तनाव कम और न्यूरोट्रांसमीटर में स्थिरता |
Small Treats | डार्क चॉकलेट (1-2 square), ग्रीन टी | Antioxidants, Polyphenols | आराम और positivity में मदद |
प्राकृतिक धूप सेरोटोनिन को boost करने के लिए बहुत ज़रूरी है। रोज़ सुबह 15–20 मिनट धूप में रहना ख़ुशी बढ़ने में मदद करता है। “Happy mind starts from a healthy plate.”
https://draxe.com/nutrition/happy-food/
Gut Health = Good Mood: आंत और दिमाग का अनोखा रिश्ता
आपने सुना होगा — “जो खाना आप खाते हैं, वही आपके दिमाग का मूड बनाता है।” ये सिर्फ कहावत नहीं, science-backed fact है।
हमारी आंत (gut) और दिमाग (brain) के बीच एक गहरा और सीधा कनेक्शन होता है जिसे कहते हैं — Gut–Brain Axis
1. Gut-Brain Axis क्या है?
- Gut और Brain एक दूसरे से Vagus Nerve नाम की लंबी नस के ज़रिए जुड़े होते हैं।
- यह nerve दोनों दिशाओं में सिग्नल्स भेजती है — यानी दिमाग से पेट तक और पेट से दिमाग तक।
- इसलिए अगर आप तनाव में हैं तो पेट में जलन, गैस या दर्द महसूस होता है।
- और अगर पेट गड़बड़ है तो मूड, नींद और फोकस पर असर पड़ता है।
इस दो-तरफ़े communication system को ही कहते हैं “second brain” – यानी हमारी आंतें भी सोचने और महसूस करने में सक्रिय भूमिका निभाती हैं!
2. Gut Microbiome – हमारे शरीर के अदृश्य साथी
हमारी आंत में लगभग 100 ट्रिलियन अच्छे और बुरे बैक्टीरिया रहते हैं, जिन्हें collectively कहते हैं Gut Microbiome।
ये हमारे लिए कई अहम काम करते हैं: भोजन को पचाना, पोषक तत्वों का अवशोषण करना, हानिकारक जीवाणुओं से रक्षा करना
और सबसे ज़रूरी — मूड से जुड़े केमिकल्स बनाना
शोध बताते हैं कि हमारे शरीर में बनने वाले Serotonin का लगभग 90% हिस्सा gut में ही बनता है! यानी आपका मूड, आपकी आंतों की सेहत पर निर्भर करता है।
3. जब Gut असंतुलित हो जाए तो क्या होता है?
जब gut bacteria का संतुलन बिगड़ता है (जैसे ज़्यादा जंक फ़ूड, एंटीबायोटिक्स, या तनाव से), तो: पाचन समस्या (गैस , पेट फूलना, acidity), थकान और सुस्ती, नींद की गड़बड़ी, मूड कभी अच्छा कभी ख़राब होना, चिंता होना, “Brain fog” यानी ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होने लगती है।
इन सबका कारण है gut-brain axis का असंतुलन। इसे ठीक करने का सबसे प्राकृतिक तरीका है — gut-friendly food और lifestyle।
4. Gut-Friendly Foods (जो आंतों और मूड दोनों को खुश रखें)
(A) Probiotic Foods – अच्छे बैक्टीरिया देने वाले
ये भोजन सीधे आँतों में healthy bacteria बढ़ाते हैं।
- Curd / Yogurt (दही): सबसे आसान probiotic source है।
- Buttermilk (छाछ): digestion और hydration दोनों सुधारता है।
- Fermented Foods: खमीर वाले भोजन- कांजी, खमीर वाली रोटी,
- इडली, डोसा, अचार (कम नमक वाले)
- Kefir: fermented milk drink जो gut flora को पुनर्जीवित करता है।
ये सभी foods gut bacteria को balance करते हैं और serotonin synthesis को मजबूत बनाते हैं।
(B) Prebiotic Foods – अच्छे बैक्टीरिया का खाना
Probiotics तब तक जिंदा नहीं रह सकते जब तक उन्हें सही “भोजन” न मिले। Prebiotics वही भोजन हैं जो gut bacteria को पोषण देते हैं। ये फाइबर gut bacteria के लिए “fertilizer” का काम करते हैं।
- Banana (खासकर कच्चा केला)
- ओट्स, सबूत अनाज, जौ
- प्याज, लहसुन; शतावरी
- सेब
इसे भी पढ़ें – Gut Health: आपकी आंतें तय करती हैं आपकी जिंदगी !
एक दिन का Gut-Friendly Meal Plan
समय | भोजन | Gut Boosting Element |
---|---|---|
सुबह | गुनगुना नींबू पानी + केला | प्रीबायोटिक शुरुआत |
नाश्ता | इडली / डोसा + नारियल चटनी | फर्मेंटेड प्रोबायोटिक |
दोपहर | ब्राउन राइस + दही + पालक की सब्ज़ी | फाइबर + प्रोबायोटिक्स |
शाम | ग्रीन टी + अखरोट | एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व |
रात | सब्ज़ियों का सूप + सेब | फाइबर + शांत पाचन |
Gut Health और Mood का Real-Life असर
अक्सर देखा गया है: जो लोग probiotic-rich foods खाते हैं, उनमें चिंता और तनाव के लक्षण कम पाए जाते हैं।
Gut-healing diet अपनाने से नींद बेहतर, त्वचा साफ, और एनर्जी बनी रहती है।
बच्चे और किशोर जिनका gut balance बेहतर होता है, उनमें भावनात्मक स्थिरता होती है और focus भी मजबूत होता है।
मतलब आपका मूड, आपकी ऊर्जा, और आपकी सोच — तीनों का आधार है आपकी आंत की सेहत।
जब gut bacteria खुश रहते हैं, तो serotonin और dopamine दोनों सही मात्रा में बनते हैं, जिससे आप शांत, उत्साहित और भावनात्मक रूप से स्थिर महसूस करते हैं। यानी खुश रहना चाहते हैं — तो अपनी आंत का ख्याल रखें।
Mood Stabilizing Micronutrients क्या होते हैं?
Micronutrients यानी विटामिन और खनिज (vitamins & minerals) — जो शरीर को बहुत कम मात्रा में चाहिए,
लेकिन उनका प्रभाव बहुत गहरा होता है, खासकर दिमाग और मूड पर। ये रसायनों (जैसे serotonin, dopamine, GABA) के निर्माण और संतुलन में सीधा योगदान देते हैं। अगर इनमें कमी हो जाए तो व्यक्ति:
- जल्दी चिड़चिड़ा होता है,
- थकान, चिंता या low mood महसूस करता है,
- नींद की दिक्कत या focus की कमी का शिकार हो सकता है।
1. Vitamin B6, B12 और Folate (B-Complex Trio)
ये तीनों न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण (Serotonin, Dopamine, GABA) के लिए ज़रूरी सहायक हैं।
Folate और B12 methylation process में मदद करते हैं, जिससे mood hormones सक्रिय रूप में बनते हैं।
B6 tryptophan → serotonin में बदलने के लिए आवश्यक enzyme को सक्रिय करता है।
Vitamin B6: केला, सूरजमुखी के बीज, चना, आलू
Vitamin B12: अंडे, दूध, दही, मछली, fortified अनाज (विटामिन युक्त सीरियल)
Folate: पालक, चुकंदर, मसूर दाल, खट्टे फल (जैसे संतरा, मौसमी)
2. Magnesium – दिमाग का Natural Relaxant
Magnesium stress hormone cortisol को कम करता है। यह serotonin receptors को regulate करता है और nervous system को शांत रखता है। नींद में सुधार और muscle relaxation में भी सहायक है।
पालक, कद्दू के बीज, बादाम, काजू, डार्क चॉकलेट, अवोकेडो में पाए जाते हैं।
3. Zinc – Focus और Emotional Balance के लिए जरूरी
Zinc dopamine regulation और neuron growth के लिए जरूरी है। यह brain inflammation घटाकर mood stabilizing chemicals को सक्रिय करता है।
कद्दू के बीज, अलसी के बीज, मूंगफली, काबुली चना, अंडे, सबूत अनाज में पाए जाते हैं।
4. Iron – Oxygen और Energy का स्रोत
Iron neurotransmitters (dopamine, serotonin, noradrenaline) के उत्पादन में मदद करता है। यह brain को पर्याप्त oxygen देता है — जो मानसिक ऊर्जा बनाए रखने के लिए जरूरी है।
पालक, चुकंदर, अनार, दालें, रेड मीट, गुड़ में पाए जाते हैं।
5. Omega-3 Fatty Acids – Brain Oil for Happiness
Omega-3 दिमाग की कोशिकाओं की झिल्ली को flexible रखता है। यह neurotransmitters के signal को smooth बनाता है। रिसर्च बताती है कि यह तनाव और चिंता दोनों में मददगार है।
अखरोट, अलसी के बीज, चिया सीड, मोटी मछली (salmon, sardine) में पाए जाते हैं।
6. Vitamin D – Sunshine Vitamin for Serotonin
Vitamin D serotonin-producing genes को activate करता है। यह dopamine receptors को भी support करता है।
कम धूप वाले लोगों में मौसमी तनाव ज़्यादा पाया जाता है।
सुबह की धूप (15–20 मिनट रोज़), fortified milk, egg yolk, मशरूम, मछली में पाए जाते हैं।
7. Selenium – Small Mineral, Big Effect
Selenium oxidative तनाव घटाकर mood को शांत रखता है। यह thyroid hormones को regulate करता है, जो mood stability में अहम हैं।
ब्राज़ील नट्स, सूरजमुखी के बीज, अंडा, ब्राउन राइस, मशरूम में पाए जाते हैं।
8. Calcium – Calmness और Sleep का साथी
Calcium serotonin release में cofactor का काम करता है। यह muscle relaxation और sleep hormones को stabilize करता है। इसकी कमी से नींद नहीं आती और बेचैनी रहती है।
दूध, दही, रागी, तिल, टोफू, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि में पाए जाते है।
कई बार लोग सोचते हैं कि “mood खराब है तो बस सोच बदलो” — लेकिन असल में सोच से पहले chemistry आती है। जब आपके शरीर में ये micronutrients संतुलित रहते हैं, तो serotonin और dopamine स्वाभाविक रूप से बने रहते हैं,
और आप calm, focused और emotionally stable महसूस करते हैं।
सिर्फ शरीर नहीं, दिमाग़ की प्रतिरोधक क्षमता भी जरूरी है
Mood Stabilizing Micronutrient Chart
पोषक तत्व | मुख्य कार्य | मुख्य स्रोत |
---|---|---|
विटामिन B6, B12, फोलेट | न्यूरोट्रांसमीटर संश्लेषण | अंडे, पालक, मसूर दाल |
मैग्नीशियम | तनाव में कमी | बादाम, पालक, डार्क चॉकलेट |
जिंक (Zinc) | डोपामिन नियमन | कद्दू के बीज, चना |
आयरन (Iron) | मस्तिष्क में ऑक्सीजन आपूर्ति | चुकंदर, मसूर दाल |
ओमेगा–3 फैटी एसिड | न्यूरॉन सुरक्षा | अखरोट, अलसी के बीज |
विटामिन D | सेरोटोनिन सक्रियता | धूप, मशरूम |
सेलेनियम (Selenium) | एंटीऑक्सिडेंट, मूड शांत | ब्राज़ील नट्स, अंडे |
कैल्शियम | सेरोटोनिन रिलीज़ | दूध, तिल के बीज |
किन चीज़ों से बचें: (Foods That Disturb Your Mood)
हम अक्सर यह सोचते हैं कि जो चीज़ें हमें तुरंत “अच्छा” महसूस कराती हैं, वही हमारे मूड के लिए सही हैं — लेकिन यह हमेशा सच नहीं होता। कई ऐसे खाने और पेय हैं जो थोड़े समय के लिए ऊर्जा या खुशी का एहसास देते हैं, परंतु बाद में mood crash, anxiety, और थकान का कारण बनते हैं।
नीचे दिए गए खाद्य पदार्थों से या तो बचना चाहिए या बहुत सीमित मात्रा में लेना चाहिए
1. Excess Caffeine (ज्यादा कैफीन)
बहुत ज्यादा कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स या चाय dopamine को अचानक बढ़ा देती है — जिससे अल्पकालिक एकाग्रता मिलती है।
लेकिन जब यह प्रभाव खत्म होता है, तो dopamine तेजी से गिर जाता है, और व्यक्ति को थकान, चिड़चिड़ापन और बेचैनी महसूस होती है।
ये नींद का पैटर्न बिगाड़ देता है → serotonin balance पर असर होता है। nervous system को overstimulate करता है → anxiety और mood swings बढ़ाता है और शरीर में डिहाइड्रेशन पैदा करता हैं। दिन में 1–2 कप कॉफी या ग्रीन टी तक सीमित रखें। रात के समय कैफीन से बचें।
2. सफ़ेद चीनी और Processed Sweets
केक, कोल्ड ड्रिंक, पैकेज्ड जूस, या चॉकलेट बार्स instant energy देते हैं — लेकिन ये “sugar spikes” कुछ ही मिनटों में “sugar crash” में बदल जाते हैं।
इसमें डोपामाइन का अस्थायी उछाल होता है, जो जल्दी गिर जाता है → low mood, gut bacteria का असंतुलन बढ़ाता है
body inflammation बढ़ाकर serotonin synthesis घटाता हैं। प्राकृतिक मीठा जैसे शहद, खजूर, गुड़ का इस्तेमाल करें, लेकिन संयम से।
3. प्रोसेस्ड या जंक फ़ूड
Fast food, instant noodles, packaged chips या canned meals — ये भोजन “dead calories” के रूप में जाने जाते हैं।
इनमें trans fats, preservatives और artificial colors होते हैं जो brain chemistry को असंतुलित करते हैं।
Omega-3 से वंचित → brain communication कमजोर, मूड असंतुलित,
vitamins (B6, B12, magnesium) की कमी → serotonin और dopamine production घटता हैं। ताजा घर का बना हुआ खाना, सबूत अनाज, सलाद खाना बेहतर होता है।
4. Alcohol (शराब)
शुरू में यह dopamine बढ़ाता है और temporary relaxation देता है। लेकिन लंबे समय में यह serotonin level कम कर देता है और brain के reward system को dull करता है।
तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ाता है, लिवर और gut health दोनों को नुकसान करता है।
नींद की गुणवत्ता घटाता है (जो mood regulation में जरूरी है)
5. Low-Protein or Extreme Diets
बहुत कम प्रोटीन लेना या लंबा fasting रखना amino acids की कमी पैदा करता है — जो dopamine और serotonin दोनों की synthesis में रुकावट डालते हैं। थकान, lack of focus और चिड़चिड़ापन बढ़ता है, मूड स्थिर रखने वाले neurotransmitters नहीं बन पाते। हर भोजन में थोड़ा protein (दूध, दही, दालें, अंडा, पनीर) शामिल करें।
हर घंटे 1 मिनट दो : हेल्दी लाइफ की गारंटी लो
निष्कर्ष
मूड अच्छा रखना सिर्फ़ सकारात्मक सोच (Positive Thinking) का परिणाम नहीं है — यह हमारे शरीर के केमिकल संतुलन का भी हिस्सा है। हम जो खाते हैं, वही हमारे दिमाग में बनने वाले serotonin और dopamine जैसे “खुश करने वाले” हार्मोनों को प्रभावित करता है। संतुलित भोजन जिसमें प्रोटीन, अच्छे कार्ब्स, हेल्दी फैट और प्रोबायोटिक तत्व शामिल हों — वह स्वाभाविक रूप से Serotonin और Dopamine दोनों को बढ़ाकर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
जब आप अपने रोज़ाना के भोजन में केला, बादाम, डार्क चॉकलेट, साबुत अनाज, ग्रीन टी और दही या अन्य प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ शामिल करते हैं, तो आप अपने मस्तिष्क की रासायनिक संरचना (brain chemistry) को प्राकृतिक रूप से संतुलित और प्रसन्न बना रहे होते हैं।
याद रखिए —
खाना सिर्फ़ पेट भरने के लिए नहीं होता, यह हमारे मूड को पोषित करने का भी सबसे सरल और असरदार तरीका है।
हर निवाले के साथ अपने मन को भी ऊर्जा दें — क्योंकि Healthy Mind का रास्ता Healthy Food से होकर ही जाता है।
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