
हमारे यहां कहावत है कि “बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताए, काम बिगाड़े आपनो, जग में होत हंसाय” मतलब कोई भी काम सोच विचार कर ही करना चाहिए वरना पछताना पड़ता है, बात तो सही कही गई है, सोचने से ही क्रिएटिविटी आती है और नई खोजें होती हैं तथा सभी समस्याओं का समाधान होता है।
लेकिन यही सोच जब Anxiety और Overthinking के मुकाम तक पहुंच जाती है तो एक मनोरोग बन जाती है। जी हां मनोविज्ञान की भाषा में अत्यधिक चिंता एक मनोरोग ही मानी जाती है जिसे चिकित्सा की जरूरत होती है।
तो क्या आप भी अक्सर बेवजह की चिंताओं में उलझे रहते हैं? क्या आपके दिमाग में भी लगातार नकारात्मक विचार दौड़ते रहते हैं? क्या आप भी किसी विषय पर घंटों और बहुत बार कई दिनों तक सोचते रहते हैं ? अगर ऐसा है तो आप अकेले नहीं हैं ! Anxiety और Overthinking आज के समय में सबसे आम मानसिक समस्याएं बन चुकी हैं। इन आंकड़ों पर एक नजर डालें तो आपको स्पष्ट हो जाएगा कि इस लेख की जरूरत और महत्व क्या है।
-एक स्टडी के अनुसार, देश में 70% युवा रोज़ाना Overthinking का शिकार होते हैं।
-Forbes के अनुसार, शोध से पता चला है कि 25-35 वर्ष के 73% लोग, तथा 45 से 55 वर्ष के 52% लोग अत्यधिक सोचते हैं।
-लंबे समय तक Overthinking करने से Stress, Insomnia (नींद न आना), और Depression जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
आंकडे़ निःसंदेह चौंकाने वाले हैं और चिंतित करने वाले भी लेकिन इसमें परेशान होने वाली बात नहीं है क्योंकि Psychology और Neuroscience की रिसर्च के आधार पर कुछ साइंटिफिक तरीके हैं, जिनसे आप Anxiety और Overthinking को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम ऐसे 10 प्रभावी और साइंटिफिक तरीके जानेंगे, जो आपके दिमाग को शांत कर सकते हैं और आपको ज्यादा सोचने की आदत और चिंता से मुक्त कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं –
1- Deep Breathing (Box Breathing Technique)
क्या आपने कभी गौर किया है कि जब हम परेशान होते हैं, तो हमारी सांसें तेज़ हो जाती हैं?बिल्कुल यही होता है जब हम बहुत ज्यादा चिंता करते हैं और यही कारण है कि सही ढंग से सांस लेना Anxiety को कंट्रोल करने का सबसे आसान तरीका है।
🔹 कैसे करें Box Breathing?
-4 सेकंड तक धीरे-धीरे सांस अंदर लें।
-4 सेकंड के लिए सांस रोककर रखें।
-4 सेकंड में धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
-इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएं।
✅ साइंस क्या कहती है?
यह तकनीक Parasympathetic Nervous System को एक्टिवेट करती है और इससे हमारा दिमाग शांत होता है और Anxiety कम होती है। इसीलिए निरंतर योग प्राणायाम करने वाले लोग शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी ज्यादा स्वस्थ रहते हैं।
2- Journaling (Thought Dump Method)
क्या आपका दिमाग हमेशा चल रहा होता है? कोई न कोई बात हर समय आप सोचते रहते हैं, यहां तक कि सोते समय भी आपका दिमाग शांत नहीं होता।तो एक काम करें ! अपने विचारों को लिखना शुरू करें, सच मानिए यह एक साइंटिफिक तरीका है जिससे Overthinking को रोका जा सकता है।
🔹 कैसे करें?
एक डायरी लें और उसमें हर दिन 5 मिनट अपने विचार लिखें।
जो भी टेंशन या चिंता हो, उसे कागज़ पर उतार दें और विस्तार में लिखें, आप कुछ दिनों बाद देखेंगे कि हर समय दिमाग का चलना बंद हो गया।
प्रॉब्लम के बजाय आप सॉल्यूशन पर फोकस करना शुरू कर देंगे।
✅ साइंस क्या कहती है?
Journaling अर्थात प्रतिदिन अपनी समस्या या उधेड़बुन लिखते रहने से Brain Processing Speed धीमी होती है, जिससे दिमाग को Clear Thinking में मदद मिलती है।
3- Cognitive Behavioral Therapy (CBT Techniques)

CBT एक साइंटिफिक टेक्निक है, जो आपको Negative Thinking को पहचानने, उस पर मनन करने और उसे बदलने में मदद करती है।
🔹 CBT का एक आसान तरीका:
1- जब भी कोई नेगेटिव सोच आए तो खुद से पूछें:
क्या यह सच में उतना बुरा है जितना मैं सोच रहा हूँ?
क्या इस चिंता का कोई तर्कसंगत समाधान है? या फिर मैं बेकार में ही सोचता जा रहा हूं।
2- फिर उस नेगेटिव सोच को रिएलिस्टिक और पॉजिटिव सोच से रिप्लेस करें।
✅ साइंस क्या कहती है?
CBT Anxiety और Overthinking को 70% तक कम करने में मदद कर सकता है।
4- Mindfulness Meditation
Mindfulness का मतलब है – वर्तमान क्षण में रहना और अनावश्यक चिंताओं से दूर रह कर ध्यान करना। यह तो आपने सुना होगा कि मेडिटेशन एक आलौकिक प्रकिया है जिसे सीख लेने के बाद व्यक्ति में सकारात्मक बदलाव दिखाई पड़ने लगते हैं।
🔹 कैसे करें ?
5-10 मिनट आंखें बंद करें और सिर्फ अपनी सांसों पर ध्यान दें।
और जैसे ही कोई नेगेटिव सोच आए, उसे Observe करें और जाने दें।
✅ साइंस क्या कहती है?
Mindfulness प्रैक्टिस करने से Amygdala (दिमाग का Stress Center) छोटा होने लगता है, जिससे Anxiety कम होती है।
5- Dopamine Detox
Overthinking का एक बड़ा कारण Excess Dopamine Release (ज्यादा सोशल मीडिया, YouTube, Netflix आदि) है। आज के समय में यंगस्टर्स इस रोग से बहुत पीड़ित हैं। दिन में 8-10 घंटे सोशल मीडिया पर बिताना बहुत आम बात हो गई है। इसमें कमी लाना बहुत आवश्यक है।
🔹 कैसे करें Dopamine Detox?
हफ्ते में 1 दिन बिना सोशल मीडिया के बिताएं या बिना फोन, लैपटॉप, टीवी के बिताएं।
रियल लाइफ एक्टिविटी (जैसे वॉक, पेंटिंग, म्यूजिक, किताबों) पर फोकस करें।
डिजिटल डिटॉक्स से दिमाग को रीसेट करें।
✅ साइंस क्या कहती है?
Dopamine Detox से दिमाग Overstimulation से बचता है और Overthinking धीरे-धीरे खत्म हो जाता है।
6- Exercise & Physical Activity
व्यायाम के फायदे तो आपने जरूर सुने होंगे, दर असल जब आप व्यायाम करते हैं, तो शरीर में Endorphins (Happy Hormones) रिलीज़ होते हैं, जो Anxiety को कम करने में मदद करते हैं।
🔹 क्या करें?
हर दिन 30 मिनट वॉक या रनिंग करें।
30 मिनट Yoga या Dance करें।
✅ साइंस क्या कहती है?
Exercise करने वाले लोगों में 50% कम Anxiety पाई गई है।
7- Proper Sleep Routine
अगर आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती, तो Anxiety और Overthinking बढ़ सकता है। जो लोग समय में नहीं सोते या भरपूर नींद नहीं ले पाते उनमें चिंता और तनाव होना अधिक पाया जाता है।
🔹 कैसे सुधारें ?
सोने से 1 घंटा पहले मोबाइल बंद करें।
हर दिन एक ही समय पर सोने की आदत डालें। सोने से पहले हल्के म्यूजिक या मेडिटेशन की मदद लें।
✅ साइंस क्या कहती है?
गहरी नींद Anxiety कम करने में सबसे ज्यादा असरदार होती है।
8- Caffeine & Sugar Limit
कॉफी और ज्यादा मीठा खाने से दिमाग में Cortisol (Stress Hormone) बढ़ता है, जिससे Anxiety बढ़ सकती है। कहीं आप भी तो ऐसा नहीं करते ?
🔹 क्या करें?
दिन में 2 कप से ज्यादा कॉफी न पिएं। यदि हो सके तो ब्लैक कॉफी ही पिएं।
ज्यादा मीठा खाने से बचें।
✅ साइंस क्या कहती है?
जिन लोगों ने Caffeine और Sugar कम किया, उनकी Anxiety में 30% कमी आई।
9- Cold water therapy

जब 15 डिग्री या इससे कम के ठंडे पानी से थोड़ी देर तक नहाते हैं, या मुंह, हाथ, पैर धुलते हैं तो इसे कोल्ड वॉटर थेरेपी कहते हैं. स्टडी में बताया गया है कि इस तरह की बाथ लेने से शरीर में वाइट ब्लड सेल्स का स्तर बढ़ता है. ठंडे पानी से नहाने से शरीर में वाइट ब्लड सेल्स बढ़ जाते हैं, जिससे इम्युनिटी मजबूत होती है
✅ साइंस क्या कहती है?
Cold water therapy से शरीर में “फील गुड हार्मोन” यानी डोपामिन बढ़ता है। मेंटल हेल्थ के लिए यह बहुत फायदेमंद है इससे तनाव और डिप्रेशन से छुटकारा मिलता है।
10- Acceptance & Letting Go
Overthinking का असली कारण है – हम हर चीज़ को कंट्रोल करना चाहते हैं। सबकुछ अपने मन मुताबिक पाना और होना चाहते हैं जिसके न होने या पाने पर हमें चिंता और तनाव होने लगता है जबकि हम सभी जानते हैं कि इस दुनियां में सब कुछ हमारे हिसाब से नहीं हो सकता न हमारे चाहने से संभव है।
🔹 कैसे करें ?
जो चीज़ आपके बस में नहीं, उसे जाने देना सीखें।
खुद को माफ करना और परिस्थितियों को Accept करना शुरू करें।
✅ साइंस क्या कहती है?
जो लोग Let Go करना सीखते हैं, उनमें Anxiety बहुत कम पाई जाती है।
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निष्कर्ष:
याद रखें चिंता सैकड़ों बिमारियों की जननी है अगर आप चिंता और ओवर थिंकिंग से खुद को नहीं बचाएंगे तो ये आपका जीवन, आपका कॅरियर, आपका भविष्य सब बर्बाद कर सकती है Anxiety और Overthinking को Scientific Methods से कण्ट्रोल करना संभव है।
-Deep Breathing, Journaling, CBT, Meditation, और Dopamine Detox सबसे असरदार तरीके हैं। इन्हें आजमा कर कोई भी चिंता के कुचक्र से बाहर निकल सकता है।
-आप किस Method को आजमाना चाहेंगे? और क्यों ? कमेंट में हमें जरूर बताएं।
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External Link; https://www.healthline.com/health/how-to-stop-overthinking
Very well written. Worth the read. Will wait for more!
thanks for your valuable feedback.
बहुत सुंदर प्रयास 👌
dhanyvaad, yadi kisi vishesh mudde par jaankaari chahte hon, to avashy batayen,